डाॅ. पगारे और डाॅ. दीक्षित को विशिष्ट साहित्यिक योगदान सम्मान इंदौर । वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डाॅ. एस.एन. तिवारी की स्मृति में इस वर्ष (2022) आठ रचनाकारों को सम्मानित किया जाएगा। सम्मान समारोह रविवार 25 दिसंबर को अपरान्ह 4.15 बजे मध्य भारत हिन्दी साहित्य समिति, इन्दौर के शिवाजी सभागार में […]

लघुकथा संग्रह ‘खिड़की’ लोकर्पित इन्दौर। लेखिका यशोधरा भटनागर के लघुकथा संग्रह ’खिड़की’ का विमोचन मातृभाषा उन्नयन संस्थान व संस्मय द्वारा शनिवार दोपहर श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में हुआ। पुस्तक का प्रकाशन संस्मय प्रकाशन दिल्ली के द्वारा किया गया। आयोजन में मुख्य अतिथि डॉ. विकास दवे ने रचनाकारों का आह्वान […]

इन्दौर । हिन्दी प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को लेखिका यशोधरा भटनागर के लघुकथा संग्रह ‘खिड़की’ पर चर्चा का आयोजन स्थानीय श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में डेढ़ बजे किया जाएगा। इस आयोजन में मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे रहेंगे। पुस्तक चर्चाकार के […]

अहिल्या पुस्तकालय में 133 वी पाठक संसद इंदौर। पाठक संसद की 133वीं साहित्यिक मासिक गोष्ठी , मंगलवार को शासकीय श्री अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय के संगोष्ठी हॉल में संपन्न हुई। कार्यक्रम के प्रथम भाग में साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश द्वारा वर्ष 2018 से 2021 तक के पुरस्कृत कृतिकार जिसमें इंदौर के 19 […]

सम्मान समारोह एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम संपन्न इन्दौर। कवि ब्रह्मा हो जाता है जब वह नई ऋचाएं रचता है । सृष्टि सृजन से प्रलय तलक मानव उसको पढता है। “आकाश छूने की बात कोई कवि ही कर सकता है । साहित्य अथाह सागर है तो कवि करुणा का सागर होता […]

अखिल भारतीय 13 एवं प्रादेशिक 15 कृति पुरस्कार वर्ष 2020 के पुरस्कारों की घोषणा  _सात वर्षों से संचालित मातृभाषा डॉट कॉम के लिए यह पुरस्कार मिला_  इन्दौर। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा अखिल भारतीय 13 (तेरह) एवं प्रादेशिक 15 (पन्द्रह) कृति पुरस्कार कैलेण्डर वर्ष […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।