क्या हो गया है मुझको, लौट आया है बचपन.. सठियाई तो नहीं पर, बरस बीते पचपन| साठ के दरमियाँ , दस और आठ की नादानियाँ.. याद आ रही है, गुदगुदा रही हैं | वे बेर और इमली याद आ रही है, खटटू और कैरी जिव्हा पे छा रही है.. वो […]
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भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में अभी तक २२ भाषाओं को शामिल किया गया है | इस सूची में ३५ और भाषाओं को शामिल करने का प्रस्ताव है |भोजपुरी, अवधी,राजस्थानी,ब्रजभाषा,हरियाणवी,छतीसगढ़ी आदि लोकभाषाएँ प्रतीक्षा सूची में हैं | अभी तक हिन्दी को ही उसका संविधान प्रदत्त अधिकार नहीं मिला और आठवीं अनुसूची में उपभाषाओं-बोलियों को […]