शिक्षा मंत्री श्री परमार का आश्वासन, बाल साहित्य को पाठ्यक्रमों में करवाएंगे सुलभ इन्दौर। देश के प्रख्यात बाल साहित्यकार डॉ. नागेश पांडेय ‘संजय’ शाहजहाँपुर उ.प्र. प्रसिद्ध बाल पत्रिका मासिक देवपुत्र द्वारा प्रतिष्ठित देवपुत्र गौरव सम्मान से सम्मानित किए गए। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री मा. इंदरसिंह जी […]

श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति शताब्दी सम्मान में देगी एक-एक लाख रुपए की राशि इंदौर। देश की प्राचीन संस्था श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इंदौर द्वारा इस वर्ष का शताब्दी सम्मान जम्मू के कुलदीप सुमबिल अग्निशेखर व भोपाल के डॉ देवेन्द्र दीपक को दिया जाएगा। सन् 1910 से स्थापित यह […]

विचार प्रवाह साहित्य मंच करेगा आयोजन इंदौर। इंदौर में अगले महीने लघुकथा का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें देशभर से लघुकथाकारों और इस विधा के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा यह आयोजन होगा। मंच की नई कार्यकारिणी के रविवार दोपहर हुए शपथ ग्रहण समारोह में मंच […]

भुवन सिंह धांसू, राकेश दांगी, पल्लवी त्रिपाठी, डॉ अंशुल जैन और श्रीमन्नारायण चारी विराट को मिलेगा 19 को काव्य गौरव अलंकरण इंदौर। हिन्दी भाषा की वाचिक परम्परा से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा पाँच कवियों में छिन्दवाड़ा से भुवन सिंह धाँसू, इंदौर से राकेश दांगी, तेलंगाना से श्रीमन्नारायण चारी विराट, भोपाल […]

इंदौर । मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2023 का हिन्दी गौरव अलंकरण डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित (उज्जैन) और प्रो. संजय द्विवेदी (नई दिल्ली) को प्रदान किया जाएगा। 19 फ़रवरी को इंदौर में अलंकरण समारोह आयोजित होगा। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘अलंकरण का यह चौथा […]

मातृभाषा उन्नयन संस्थान का प्रतिष्ठित सम्मान देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए दृढ़ता से कार्य करने वाले प्रतिष्ठित ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा हिन्दी भाषा की अनवरत सेवा के लिए प्रदान किए जाने वाला सर्वोच्च सम्मान ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ है। इसकी शुरुआत वर्ष 2020 से हुई […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।