वो जीना भी तो क्या जीना, ये धरती की हरियाली छीनी । कुछ करना होगा, इंसानियत के लिए मरना होगा। मर चुकी इंसानियत की आशा, टूट रही है अभिलाषा। अब हम सबको कुछ करना होगा॥ सूखी हुई जो पड़ी है धरती, इसपर हमें बरसना होगा। अब मौसम हमें बदलना होगा॥ […]
Uncategorized
बेटी हिन्दी संस्कृता,अंग्रेज़ी का ज्ञान। उर्दू अरबी फारसी,बहुभाषा सम्मान॥ बेटी हिन्दी की विधा,धारे रुप अनेक। व्याकरण के ज्ञान से,करती अलग विवेक। बेटी कहानी रुप है,कविता आतम मान। रेखाचित्रा लघुकथा,निबंध पत्र को ज्ञान। नाटक अरु एकांकी,अरु कहो उपन्यास। डायरी अरु संस्मरणा,हिन्दी का इतिहास॥ यात्रा वृत्तांत है,भेंटवार्ता वार्ता आन। जीवनियाँ,आलोचना,गद्य विधा का […]