सरकारें अपने नागरिकों से कई तरह के कर वसूलती हैं और आश्वासन देती हैं कि पैसे का सही उपयोग होगा. मुश्किल यह है कि लोगों के पैसे को सरकार या सरकारें ऐसे खर्च करने लगती हैं जैसे वह पैसा उन्हें विरासत में मिला है और उस पैसे को जैसे चाहें […]

आइए जानें कोविशिल्ड,कोवक्सिंन,स्पूतनिक तथा अन्य वैकड़ीनो के गुण क्या क्या है † कोविशील्ड (Covishield) कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने मिलकर तैयार किया है और इसके उत्पादन के लिए भारत में इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है।ये एक तरह का सौदा है जिसमें प्रति वैक्सीन […]

भारतवर्ष सदैव से एक अलौकिक राष्ट्र रहा, जहां अपने महापुरुषों का स्मरण करने की परंपरा रही है। अनेक सन्तों, वैज्ञानिक, क्रांतिकारियों की जन्मभूमि होने के कारण भारत विश्व मे आध्यात्म का केंद्र ही नही रहा अपितु अपनी भूमिका को भारत ने विश्वगुरु बनकर सदैव निभाया भी है। आज से लगभग […]

जनपद आगरा के गांव रिहावली में पुनः जनजीवन सामान्य होने लगा है । आपको बता दें कि बीती पन्द्रह अप्रैल की तारीख को यहां चुनाव के दौरान भीषण दंगा हुआ था । दंगों के दौरान ही कुछ असामाजिक तत्वों ने प्राथमिक विद्यालय के कमरे की दीवार- जंगला तोड़ कर मतपेटिकायें […]

आज के इस नकारात्मक माहौल में सकारात्मकता लाने के उद्देश्य से मातृ दिवस के उपलक्ष्य में संस्कार मंच एवं ग्रीन लिटरेचर साहित्य मंच ने काव्य गोष्ठी आयोजित की। मुख्य अतिथि समाज सेविका पंकज संधीर के शुभाशीर्वाद से ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें अध्यक्ष की भूमिका चंडीगढ से […]

पांच प्रार्थनाओं में से प्रत्येक पर एक संक्षिप्त नज़र इस बिंदु को चित्रित करेगा। दिन की पहली प्रार्थना सूर्योदय से पहले दो इकाइयों से युक्त होती है। अल्लाह की याद के साथ दिन की शुरुआत करना और उस दिन के लिए बुराई से अपनी सुरक्षा की मांग करना और उसकी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।