मैं पूछना चाहता हूँ प्लेटफॉर्म पर शव के साथ एक खेलते हुए बच्चे की किस्मत किसने लिखी होगी? शव के साथ खेलता हुआ बच्चा हमसे कहना चाहता हैं शव होना ही इस मुल्क के लिए खिलौना है।। प्लेटफॉर्म पर शव के साथ खेलते हुए बच्चे की आंख में आंख डालकर […]

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्यप्रदेश के मालवा, निमाड़ के प्रमुख पर्व में शामिल संझा पर्व श्राद्ध में भाद्रपक्ष शुक्ल पूर्णिमा से मनाया जाता है। कुँआरी बालिकाएँ घर के बाहर दीवार पर संझा की आकृति बनाकर उनके गीत गाती हैं, इसके बाद पूजा अर्चना कर बालिकाएँ घर–घर जाकर यह गीत लोगों […]

डॉ. पद्मा सिंह भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित मातृभाषा एवं इन्दौर टॉक ने मनाया हिन्दी महोत्सव इन्दौर। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष निमित्त हिन्दी महोत्सव 2023 के उपलक्ष्य में बुधवार को मातृभाषा डॉट कॉम एवं इन्दौर टॉक ने काव्य उत्सव आयोजित किया, जिसमें कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से हिन्दी […]

महासमाधि दिवस — डॉ.मधुसूदन शर्मा दरअसल, श्यामाचरण लाहिड़ी महाशय दिव्य शक्तियों से संपन्न एक ऐसे योगी थे जिन्होंने , पारिवारिक बंधनों और सांसारिक कर्तव्यों से दबे लाखों लोगों को आध्यात्मिक उत्थान की राह दिखायी। लाहिड़ी जी के अथक प्रयासों से गृहस्थ – जीवन व्यतीत करने वाले लोगों में एक नई […]

आदिलाबाल इन्द्रवेल्ली। हिन्दी दिवस के अवसर पर शासकीय कनिष्ठ महाविद्यालय इन्द्रवेल्ली में समारोह का आयोजन किया गया। उसमें वरिष्ठ लेखक हिंदी प्राध्यापक श्रावण राठौड़ को महाविद्यालय के प्राचार्य और विद्यार्थियों ने मिलकर सम्मानित किया। । इस समारोह में मुख्य अतिथि के टी. श्रीनिवास और गौरव सदस्य प्राध्यापक मादासु मधुकर मौजूद […]

जबलपुर। हिंदी दिवस के अवसर पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान, जबलपुर इकाई के द्वारा काव्य संध्या का आयोजन किया गया। अमृत तीर्थ जैन मंदिर के सभागार में तीर्थ कमेटी के पदाधिकारियों और समाजसेवियों के मध्य माँ हिंदी के चरणों में काव्य आहुति प्रदान की गई और हिंदी में हस्ताक्षर का आह्वान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।