सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर एकजुट हो साहित्य जगत : डाॅ. विकास दवे इंदौर। स्कूली बच्चों ने शनिवार सुबह साहित्य जगत के बीच कविताओं के माध्यम से यातायात सुधार के लिए संदेश दिया। वामा साहित्य मंच द्वारा मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के शिवाजी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों […]

पुस्तकों की असल पहुँच पाठक हैं, और यदि आपके भीतर भी पाठक है और आप पुस्तकें पढ़ते हैं तो लिखिए किसी भी एक हिन्दी पुस्तक की समीक्षा। आप यदि समीक्षा लिखते हैं तो मातृभाषा डॉट कॉम विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर लाया है आपके लिए पुस्तक समीक्षा लेखन प्रतियोगिता। […]

इंदौर। हिन्दी भाषा के लिए साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश शासन द्वारा अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार के लिए चयनित मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा जलियांवाला बाग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कविता प्रतियोगिता में दिल्ली की चन्द्रमणि मणिका विजेता बनीं। मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया […]

भोपाल। प्रदेश के प्रसिद्ध लेखक एवं वक्ता डॉ. जवाहर कर्नावट द्वारा 27 देशों की 120 वर्षों की हिंदी पत्रकारिता पर किए गए शोध कार्य को लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स 2023 में शामिल किया गया है। वैश्विक स्तर पर हिंदी पत्र-पत्रिकाओं के इस अनूठे संकलन और सामग्री विश्लेषण के कार्य को […]

भारत माता का मंत्र है वंदेमातरम- श्री अष्ठाना इंदौर। वंदेमातरम ने भारत में आज़ादी का बिगुल फूँका, मंत्र के रूप में भारतीय मेधा को जागृत किया। फाँसी के फंदे पर झूलने वाले को भी वंदेमातरम याद रहा। योजनाबद्ध ढंग से भूला दिया गया कई स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान। अब उन्हें […]

साहित्य जगत ने कहा ताउम्र हिन्दी के लिए संघर्ष करते रहे डॉ. वैदिक मातृभाषा उन्नयन संस्थान एवं श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति ने किया आयोजन इंदौर (9 अप्रैल)। हिन्दीयोद्धा, वरिष्ठ पत्रकार, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक डॉ. वेदप्रताप वैदिक को रविवार को शिवाजी सभागार में साहित्य जगत ने शब्दांजलि अर्पित […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।