हृदय समुंदर,वीर धुरंधर, माथ चंदन कहिए,जय वीर वंदन करिए। रक्षक है ये भारती माता,शत्रु इनसे थर-थर थर्राता। करत नमन रहिए,जय जयति भजन करिए। हृदय समुंदर………………. मुकुट हिमाचल शिखर सुशोभित, महासागर हिन्द माँ पग धोवित। रक्षक भुवन जनिए,रज वीर वरण करिए। हृदय समुंदर…………… हरी भरी माँ ओढ़े चुनरी, गंग,नर्मदे सरस् सर […]