भोपाल । राज्‍य सरकार ने सहकारिता विभाग में लोक सेवा आयोग के द्वारा सीधी भर्ती के माध्‍यम से चयनित सहायक आयुक्‍त यह सहायक पंजीयक के लिए विभागीय परीक्षा उत्‍तीर्ण करने के नये नियम जारी किया है। जिसमें गैर हिन्‍दी  भाषी सहायक आयुक्‍त को हिन्‍दी का पेपर उत्‍तीर्ण करना जरूरी किया […]

गोंदिया। कविता लिखी नहीं जाती समय, परिस्थिति व वातावरण कवि मन को प्रेरित करता है और कलम कविमन के भावों को शब्दों के प्रवाह मेंं ढाल देती है जो कविता हो जाती है। कलरव कवि दम्पति शशि तिवारी व श्रीमती कमलेश तिवारी की कविताओं का ऐसा ही एक गुंजन है, […]

विहिप ने की देश विरोधी गैर संवैधानिक आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को भंग करने की मांग नई दिल्ली ।  विश्व हिन्दू परिषद् ने आज कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के द्वारा देश के हर जिले में शरिया अदालतें स्थापित करने का निर्णय न सिर्फ मुस्लिम महिलाओं वल्कि सम्पूर्ण देश […]

नई दिल्ली । विश्व हिन्दू परिषद् ने आज कहा है कि चर्च व उसके द्वारा संचालित तथा-कथित सेवा कार्य धर्मांतरण ही नहीं अपितु कई प्रकार के अवैधानिक-अनैतिक कृत्यों के केंद्र बन चुके हैं. इन कुकर्मों का अनेक बार भंडाफोड़ होने के बावजूद प्रचार तन्त्र व प्रशासन में इनकी गहरी पैठ […]

इंदौर।  हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा चलाये जा रहे जनसमर्थन अभियान के तहत संस्थान के  राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल ने बुधवार को केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णु देव साई से इंदौर में होटल रेडिसन में भेंट की। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के […]

  * मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए किया आंदोलन का शंखनाद *१ करोड़ भारतीयों को बताया जाएगा हिन्दी क्यों होनी चाहिए भारत राष्ट्रभाषा * जनसमर्थन के माध्यम से जुटेंगे भाषासारथी इंदौर। भारत की वर्त्तमान में कोई आधिकारिक राष्ट्रभाषा नहीं हैं, और इसीलिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।