यूएन में हिंदी को दर्जा दिलाने के लिए आगे आया मॉरीशस, कहा- भारत हमारी मां है, बेटे के तौर पर ये हमारा फर्ज मॉरीशस के मार्गदर्शक मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ संभाल चुके हैं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसे शीर्ष पद पोर्ट लुइस (माॅरीशस). हिंदी को यूएन की आधिकारिक भाषा बनाने के लिए […]

दौसा ।                            राष्ट्रीय कवि चौपाल,शाखा-दौसा के तत्वावधान में 20वीं काव्य गोष्ठी का आयोजन बजरंग मैदान स्थित सामुदायिक भवन में आदरणीय रामबाबू शर्मा की अध्यक्षता में हुआ।                      संयोजक […]

कुक्षी। ओसवाल जैन समाज के वरिष्ठ व्यक्तित्व,सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता बाबूलाल जैन (तांतेड़) का अल्प बीमारी के बाद 1 अगस्त को निधन हो गया। 91 वर्षीय श्री जैन ने अपनी मेहनत और काबिलियत से व्यापार व्यवसाय में उन्नति करने के अलावा 60 से 90 के दशक में […]

रुड़की | साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन को अंतरराष्ट्रीय तथागत सृजन सम्मान 2018 के लिए चयनित किया गया है।जिसके लिए राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य डा योगेन्द्र नाथ शर्मा अरुण,उत्तराखण्ड के जनकवि डा अतुल शर्मा,मदरहुड विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डा राजीव त्यागी, लाफ़्टर चैनल के हास्य कवि मुकेश गौतम ,मौनतीर्थ धाम […]

दौसा।                   देवनगरी दौसा में मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर मगसम साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में एक शाम मां के नाम कार्यक्रम का आयोजन बजरंग मैदान स्थित सामुदायिक भवन में हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमान बाबूलाल जी शर्मा बोहरा वरिष्ठ साहित्यकार,सिकंदरा एवं अध्यक्षता रामबाबू जी शर्मा”राजस्थानी” ने की। मगसम […]

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रतनगढ़ | प्रतिवर्ष बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा उत्तराखंड द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर बालकहानी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है.  इस प्रतियोगिता में विभिन्न स्तर पर बालकहानियां को आमंत्रित कर आयोजक समिति द्वारा एवं बच्चों द्वारा मूल्यांकित कहानियों को पुरस्कृत किया जाता है.  इस वर्ष 2018 की अखिल भारतीय राजेंद्र सिंह बिष्ट […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।