लघुकथा पर गंभीर विमर्श के साथ प्रदेशभर से आए लघुकथाकार करेंगे लघुकथा पाठ इन्दौर। हिन्दी भाषा और उसकी विधाओं के प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान व श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के संयुक्त तत्त्वावधान में हिन्दी महोत्सव 2024 के अन्तर्गत शनिवार को समिति सभागार में दोपहर 1 बजे […]

इन्दौर। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों का मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शिक्षक दिवस पर ‘राष्ट्र निर्माता सम्मान’ से सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में भारत सहित यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया इत्यादि देश के शिक्षक भी सम्मिलित हुए। मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा ने […]

काव्य गोष्ठी के साथ सैंकड़ो लोगों ने ग्रहण किया प्रसाद नई दिल्ली। हिन्दी माह यानी सितम्बर को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी महोत्सव के रूप में मनाता है, इस कड़ी में संस्थान की दिल्ली इकाई ने गाज़ियाबाद में हिन्दी पूजन कर हिन्दी महोत्सव 2024 का आरंभ किया। संस्थान की राष्ट्रीय […]

इंदौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा सितम्बर माह को हिन्दी माह के रूप में मनाया जाता है और यह माह हिन्दी महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिन्दी महोत्सव 2024 का शुभारंभ शहर के मध्य पंचमुखी अरकेश्वर गणेश मंदिर, स्नेहलता गंज पर माँ हिन्दी का पूजन कर किया गया।  इस […]

जन्म शताब्दी विशेष ● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ आज से ठीक एक शताब्दी पूर्व यानी 22 अगस्त 1924 जमानी, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में एक कायस्थ परिवार में अद्भुत व्यक्तित्व के धनी हरिशंकर परसाई जी का जन्म हुआ था। 18 वर्ष की उम्र में वन विभाग में नौकरी की, फिर खंडवा […]

● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ आज़ाद भारत, सतहत्तर वर्ष का यौवन और असंख्य बलिदानों से लिखी इस संकल्पना के अमृतकाल का गौरव गान तब पूर्ण होगा, जब शताब्दी की ओर बढ़ती आज़ादी अपने देशवासियों को विस्तृत फ़लक पर मज़बूत कर दे। भारत की आज़ादी बलिदानों के दर्ज पदचिह्न हैं, जिस […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।