डॉ आरती भदौरिया के कथा संग्रह ‘ कथा जारी रहे’ और डॉ शशि सक्सेना  के कविता संग्रह ‘रिश्ते हुए सपने’ पर गहन चर्चा   जयपुर  | राजस्थान लेखिका साहित्य संस्थान, जयपुर  के तत्वावधान में 7 दिसम्बर को यहाँ तिलकनगर कार्यालय में दो लेखिकाओं की सद्य प्रकाशित कृतियों पर चर्चा का आयोजन […]

रविवार को रामलीला मैदान जुटेंगे साधू-संत व असंख्य रामभक्त नई दिल्ली  | विश्व हिन्दू परिषद द्वारा इसी रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली विराट धर्मसभा की व्यापक तैयारियां जारी हैं। प्रात: 11 बजे प्रारम्भ होने वाली इस धर्म सभा को जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर महा-मण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी […]

नई दिल्ली |  विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आगामी 9 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली विराट धर्मसभा को लेकर व्यापक तैयारियां जारी है। इस संदर्भ में आज एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में लगभग 150 स्थानों पर अलग-अलग […]

साहित्य मंडल की अनोखी पहल, यादगार सहल गोंदिया। ईश्वर की मनभावन कृति प्रकृति और प्रकृति के सानिध्य में बैठकर जब विविध काव्य रस की फुहारें चलें तो वह दिन और पल मानसिक आनंद की अनुभूति के साथ अपनी चिर स्मरणीय छाप मानस पटल पर अंकित कर जाता है। ऐसी ही […]

 *तुमने तो दीवार उठा दी आंगन में, इसमें खिड़की-दरवाजा दोनों लाओं- अंसारी* इंदौर | साहित्यिक संस्था ‘क्षितिज’ एवं ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’, इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में एक रचना पाठ संगोष्ठी का आयोजन डी क्यू कैफे पर किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि चरण सिंह अमी के द्वारा की गई। इस […]

दिल्ली | मूर्धन्य कहानीकार और उपन्यासकार सहित हिन्दी साहित्य के नक्षत्र खेतीखान निवासी प्रख्यात साहित्यकार हिमांशु जोशी का निधन हो गया है। 83 वर्षीय हिमांशु जोशी लंबे समय से बीमार थे। गुरुवार रात दिल्ली में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर है। आदरणीय हिमांशु […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।