25 मार्च (सोमवार) को दूरदर्शन बिहार DD Bihar के ‘बिहार विहान’ कार्यक्रम में शिक्षाविद् एवं समाजसेवी डा. स्वयंभू शलभ अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। यह कार्यक्रम दूरदर्शन से सुबह 8 बजे से 9 बजे तक लाइव प्रसारित होगा। Post Views: 238

भेदभाव से दूर हो होली का त्यौहार , एक दूजे से मिलें गले यह सारा संसार – प्रमोद पुष्प रायगढ़: साहित्य व संस्कृति की धनी नगरी जिला रायगढ़ के अधिनस्त तहसील तमनार के बरभांठा चौक वाला दुर्गा मण्डप के समीप सामुदायिक भवन में गत् दिवस “समरथ गंवइहा साहित्य समिति” के […]

जयपुर | जयपुर की  साहित्यिक एवं शैक्षणिक संस्था स्पंदन  और साहित्य समर्था की ओर से अखिल भारतीय डॉक्टर कुमुद कहानी प्रतियोगिता में जयपुर की संपर्क संस्थान की प्रदेश समन्वयक रेनू शब्द मुखर को श्रेष्ठ कहानी इस्तीफा के लिए पुरस्कृत किया गया।  जयपुर प्रेस क्लब स्थित मुख्य सभागार में आयोजित एक […]

*डॉ मीना भट्ट पूर्व जिला न्यायाधीशा वर्तमान अध्यक्षा लोकायुक्त जबलपुर के परिचय को साहित्यकारों के मध्य मिला आदर्श परिचय का खिताब*   *रचनाकारों की आत्मकथा जीवन जीने की कला सिखाती है:-पुरोहित* भवानीमंडी | साहित्य संगम संस्थान दिल्ली( राष्ट्रीय पंजीकृत संस्थान )में आत्मकथा साहित्य के संवर्धनार्थ परिचय सम्मेलन का आयोजन किया । […]

*सरकार से भी हम यही अनुरोध करते हैं कि “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” के साथ ही “बेटा पढ़ाओ, संस्कार सिखाओं” का नारा भी घोषित करने की कृपा करें* दौसा(राजस्थान)।  लक्ष्मणगढ़ के युवा कवि लेखक हरीश शर्मा द्वारा आयोजित *बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओं अभियान* पर दौसा राजस्थान के निवासी युवा कवि […]

आई निकट परीक्षा देखो। करती नहीं प्रतीक्षा देखो।। लग्नशील में कितनी ताकत, कर के स्वयं समीक्षा देखो।। ध्यान लगा के किये पढ़ाई, अपनें ढंग से  इच्छा देखो।। सब कर्मों का फल है *नीर*, होता उज्जवल शिक्षा देखो।। विन कर्म जयकार न होती, डरना नहीं बस परीक्षा देखो।। डर के आगे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।