दहेज के लोभियों को कोई कहाँ तक है रोके, क्योंकि जिन्होंने नियम बनाए सबसे पहले वो ही इन्हें तोड़े। दहेज को वे दहेज नहीं शिष्टाचार हैं समझते, कहते बिना कुछ दिए बेटी को विदा नहीं करते। कई तरह के बहाने इनके पास होते हैं, लेन-देन करने के तरीके इनके कुछ […]