हे प्राण प्रतिष्ठा, न देख तू रास्ता, पा ले जीवन का सार, सप्त मोक्षदायनी नागरियों में प्रथम है अयोध्या, सरयू नदी का तट और प्रधान देवता है हनुमंत भैया। जिनकी तीन माताएँ कौशल्या, कैकई और सुमित्रा मैया, रामलला जो हैं, हमारे तारणहार जीवन के खवैया। हे प्राण प्रतिष्ठा, न देख […]