1.सूरज कब, उदित होगा देखो, तुम ही जरा। 2.रोशनी ढूंढो, नयनों को तो खोलो, मैं देखूं जरा। 3.वर्षा ॠतु है, देखो बाढ़ आ गयी, फसलें गयी। 4.किसान रोया, सब खतम हुआ, मैंने हंसाया। 5.एकाकीपन, जो काटना होता है, खूब कठिन। श्रीमती प्रेम मंगल इन्दौर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मातृभाषा उन्नयन संस्थान […]
हाइकु
हाइकु
होली के रंग एकता का प्रतीक हमें सिखाये।। होली रंगीन खुशियाँ बटोरती राह दिखाये।। रंग बिरंग गहरी परिभाषा स्नेह मिलाये।। अनेक रंग मिलकर बढ़ाती रश्में निभाये।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया राज्य- मध्यप्रदेश विधा-हिंदी Post Views: 562