रात डसती है,सोने नहीं देती, टीस उठती है,सोने नहीं देती। आंखें जितना भी दर्द बहाती हैं, कसक उतना ही सोने नहीं देती। मेघ गरज-गरज डराते रहते हैं, बारिश रिमझिम सोने नहीं देती। यादों का सैलाब उमड़ आता है, कश्ती की तलाश सोने नहीं देती। खाई कसम जो वादा निभाने की, […]