चौकी-चूल्हा छोड़ चली है देखो अब भारत की नारी। देशहित में रण में पहुँची है अब भारत की ये नारी॥ बन रानी झांसी की देखो कहर अपना बरपाएगी। कल तक शबनम थी देखो,आज शोला बन झुलसाएगी॥ चली है रण में लिए हौंसला,जलवा नया दिखाएगी। प्रहरी-रक्षक बन ये,अपने लाज वतन की […]