सबके दिलों का हाल जानता कौन है ? अब बुरे वक़्त में हमें पहचानता कौन है ? यहाँ उम्र बीत जाती है जोड़ने में रिश्ते, पल भर में तोड़ देते हैं निभाता कौन है ? सब जीते हैं अपने गुरुर को बचाने में, एक-दूसरे की बात आज-कल मानता कौन है […]

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे से केन्द्र की भाजपा सरकार में हड़कम्प मचा हुआ है। ‘जीएसटी’ में बदलाव इसकी ताज़ा मिसाल है। पिछले दिनों राहुल गांधी ने गुजरात में जीएसटी के मौजूदा स्वरूप में बदलाव करने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि साल २०१९ के लोकसभा […]

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फुर्सत तेरा कैसा रंग ? फुर्सत तेरा कैसा है ढंग ? लाल,नीली,काली,नारंगी, सुराही,घड़ा या जैसे सारंगी। बता दे पता अपने निवास का, तेरा घर है जरूर घास का। जिससे निकलना तुझे है मुश्किल, लेकिन तेरे बिन मैं होता व्याकुल। तेरी कुटिया के बाहर है लक्ष्मण रेखा, अरे! फुर्सत को किसने […]

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हिफाजत की नजर में नजरों को गुलाम कर बैठी, बिखर कर जुल्फ चेहरे पर कत्लेआम कर बैठी। वाकिफ हो भला कैसे हकीकत से नुमाइश की, अपनी पहंचान को जब गैर के वो नाम कर बैठी। बगावत हम भी करते थे पर तूफान को कम कर, मेरे अल्फाज को वो मेरा […]

उनके कृपावन्त चरनों पर अपना सिर रखकर रोऊँगा। बहुत थका हूँ अब सोऊंगा॥ चलता रहा शुरू से,अब तक तन मन चकनाचूर हो गया। जाना था जिस प्रियतम के घर,वही दूर से दूर हो गया॥ अब तो नस-नस का वश टूटा,मरी आस विश्वास तज रही, और हौंसला आगे बढ़ पाने का […]

उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली का नगर निगमों पर भाजपा का कब्जा है। ये दोनों निगमें ऐसे भयंकर काम करने जा रही हैं,जिन्हें गुरु गोलवलकर या पं.दीनदयाल उपाध्याय देख लेते तो अपना माथा कूट लेते। इन दोनों निगमों के दिल्ली में १७०० स्कूल हैं। इन स्कूलों की नर्सरी और पहली […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।