आज बहने लगी यादों की धारा, स्मृति ने एक सुन्दर दृश्य उभाराl सुहानी शाम का प्यारा, मेरे गाँव का खूबसूरत नजाराl दूर तालाब के उस किनारे, दिनमणि अपने धाम सिधारेl संध्या छाई गगन पटल में, धीमे कदमों की आहट मेंl रक्ताभ सुनहरी नारंगी, सुरमई श्याम पचरंगीl सांध्य तारे […]