ये कॉमेडी,एडवेंचरस और रोमांटिक बच्चों की फ़िल्म है। डिज्नी बच्चों के लिए फ़िल्म बनाता आ रहा है,जो इस बार ‘जग्गा जासूस’ के रुप में अनुराग बसु द्वारा लिखित-निर्देशित है। फ़िल्म शुरू होती है पत्रकार श्रुति(केट) की कहानी और किताब जग्गा जासूस की बुक से,जिसमें जग्गा के कारनामे बयां होते […]

बलात्कार एक ऐसा घिनौना कृत्य है,जिसके बारे में कई लोग बात करने से भी कतराते हैं.. यह न केवल जिस्म का होता है,वरन रुह का भी होता है। और जो इंसान इसे भोगता है,उस पीड़ित को न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज में उपेक्षा देखना पड़ती है, इसीलिए सरकार को […]

सलमान की पिछली 11 फिल्मों में सबसे कमजोर फ़िल्म ‘ट्यूबलाइट’ है,जो शुरु होती है कुमाऊँ के जगतपुर इलाके से,जहां लक्ष्मणसिंह बिष्ट(सलमान खान ) अपने छोटे भाई भरत(सोहैल खान) के साथ रहता है,क्योंकि दोनों के माता पिता बचपन में ही चल बसे हैं। दोनों भाई एक-दूसरे की ज़िंदगी है,पर लक्ष्मण को बातें […]

दुनिया के कुछ देशों में क्रिकेट मजहब की तरह है,उसमें से एक देश हिन्दुस्तान भी है और इसी देश में एक बच्चा जो  क्रिकेट का भगवान बन गया अपने जुनून,मेहनत और लगन के दम पर..। तो कहानी सचिन की सचिन पर सचिन के साथ है। ‘सचिन सचिन:अ बिलियन ड्रीम्स’ फिल्म […]

  (विनोद खन्ना को समर्पित) अस्सी के दशक में होश संभालने वाली पीढ़ी के लिए उन्हें स्वीकार करना सचमुच मुश्किल था,जिसका नाम था विनोद खन्ना..क्योंकि तब जवान हो रही पीढ़ी के मन में अमिताभ बच्चन `सुपरमैन` की तरह रच-बस चुके थे। अमिताभ यानी,जिसके लिए असंभव कुछ भी नहीं। जो दस-दस […]

भव्यता,विहंगमता,अदभुत और राजनीतिक षडयंत्र का शानदार तालमेल फिल्म ‘बाहुबली’ है। महिष्मति राज्य का शासन रानी शिव गामिनी (रमैया कृष्णन) सम्भालती है। उसका बेटा भल्लाल देव(राणा डग्गुबाती)शुरू से ही कपटी ओर छली है। रानी अमरेंद्र बाहुबली(प्रभास)की चाची रानी माँ है,परन्तु वह इस बालक को वीर तथा पराक्रम को देखते हुए उसे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।