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मध्यप्रदेश में एक तरफ जहां विभिन्न यात्राओं के बहाने शिवराजसिंह चौहान ने अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की रणनीति चला रखी है,वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय नेतृत्व भी मध्यप्रदेश में सरकार से नाराज पाटीदार समाज को अपने से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रहा है। […]

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मेरी चाहत में नहीं कोई और है, मेरी जिंदगी में वही सिरमौर है। काफ़िर हूँ चलता रहूंगा काम है, जिंदगी में अपना नहीं ठौर है। चिराग को सम्भालना मेरे कान्हा, बुझाने वाले यहां चारों ओर है। हर शब्द लिखा है सिर्फ उनके लिए, उनको मेरे शब्दों पर नहीं गौर है। […]

मुंबई | `बिक्री बढ़ाने के लिए बिस्लेरी ने भारतीय भाषाओं को अपनाया। पता नहीं,दूसरी कंपनियों को यह समझ में आया कि नहीं आया`ll बिस्लेरी कंपनी की इस समझ और ग्राहक के सम्मान के लिए उन्हें धन्यवाद तो दिया जाना चाहिएl उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत करवाएँ। विपणन(मार्केटिंग) के लिए भारतीय […]

हर गुजरते पल से थोड़ी खुशियाँ चुराइए, चमन की कली-कली को प्यार से सहलाइए। चाहते हैं हो तरक्की वतन और अवाम की, बेटियाँ बचाइए और बेटियाँ पढ़ाइए। बेटियाँ हैं भार नहीं,बेटियाँ आभार हैं, सृष्टि का दिया हुआ अमोल उपहार हैंl इनकी एक हँसी पे अपने दो जहाँ लुटाइए, बेटियाँ बचाइए […]

पिता मील का पत्थर जो,सच्चाई की राह बताते पिता पहाड़ जो,जिंदगी के उतार-चढ़ाव समझाते पिता जौहरी जो,शिक्षा के हीरे तराशते पिता दीवार जो,अपने पर भ्रूण-हत्या पाप लिखवाते पिता पिंजरा जो,रिश्तों को जीवन भर पालते पिता भगवान जो,पत्थर तराश पूजे जाते पिता सूरज जो,देते यादों के उजाले पिता हाथ जो,देते सदा […]

कृपया समय निकालकर अपनी बैंक शाखा में निम्न शिकायत दर्ज करवाएं और बैंक का ठप्पा प्राप्ति स्वीकृति(पावती) हेतु जरुर लगवा लेंl आपका सहयोग, ऐसे करोड़ों लोगों के काम आएगा जो न तो अंग्रेजी पढ़ पाते हैं और न ही समझ पाते हैं,उनके बैंक खाते खोले गए हैं,वे खाताधारक हैंl वे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।