जन्म दे सवारती सु मातु प्यार से दुलार,         मात के  ममत्व  को कभी नहीं विसारिये| आन वान शान मान प्राण को करें निसार,          मात के  महत्व को सदा हिये  विचारिये|| धर्म मर्म धीर पीर प्रेम प्यार स्नेह नीर,         […]

जीवन एक उपहार है ईश्वर का चमत्कार है हर एक पल इसका अनमोल सीमित सांसो का यह झोल व्यर्थ समय यूँ न गंवाओ जीवन को सफल बनाओ पहले आभार करो ईश्वर का फिर सत्कार करो जीवन का विकार जरा भी लगने न पाये संस्कारो मे आगे आ जाये आत्मस्वरूप मे […]

  जल की बूंदें जीवन   धारा, जल से जीव जगत है सारा।                 जल से धरती की हरियाली,                 जल ही भोजन की  थाली। हृदय में धड़़कन  है  जल की, जलहै जीवन आशा कल की।   […]

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मैं ज्ञान दीपक अरमान हर अज्ञान देता बरदान जलकर उजेला।। नवीन कुमार भट्ट।।।।।।। प्रतियोगिता से इत्तर ये हरे अंधेरा तेरा मेरा डाले बसेरा दीपक जलके देता नया सबेरा।। मैं जला अगला पला भला ज्ञान की कला है सीखता चला दीपक पे अगला।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट […]

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जीवन की गाडी ठीक नही पर उसे रोज  बनाते है | कभी दाल भात मिल जाता है कभी सूखी रोटी खाते है|     हम अपना भार उठाते है कंधे पर मेरे गुरु भार है परिवार से खूब प्यार है पढने लिखने की उम्र मे रोजी रोटी कमाते है    हम […]

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दुनिया का एक सितारा चला गया , अपनो का प्यारा चला गया , अपनो को छोड़कर दूर गया , दिल से यूँ मजबूर हो गया , पूरी दुनिया पर छां गयी , यूँ सबको लुभा गयी , खूबसुरती की रानी गूम हुयी , सबकी दिलो को छुकर यूँ सो गयी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।