शहर में पांच दिन से चला आ रहा समारोह आज दो हत्‍याओं,सौ से ज्‍यादा घायल और पीएसी की ३५  बटालियन की उपस्थिति में शांतिपूर्वक समाप्‍त हो गया। अभी-अभी जारी स्वच्छ भारत सूची के तहत मेरे शहर को कोई स्थान नहीं मिला। रेडियो,टी.वी. और अन्य चैनलों ने मेरे शहर का उल्लेख […]

इसे जनसाधारण की बदनसीबी कहें या निराशावाद कि,खबरों की आंधी में उड़ने वाले सूचनाओं के जो तिनके दूर से उन्हें रसगुल्ले जैसे प्रतीत होते हैं,वही नजदीक आने पर गुलगुले-से बेस्वाद हो जाते हैं। `मैंगो मैन` के पास खुश होने के हजार बहाने हो सकते हैं,लेकिन मुश्किल यह है कि,कुछ देर […]

जैसे ही सरकार ने नेताओं और अधिकारियों के वाहनो से लाल-पीली बत्ती हटाने की घोषणा की…. हजारों अपात्र नेताओं और अधिकारियों के चेहरे का नूर ही गायब हो गया….कल तक जो लाल-पीली बत्ती का रौब पड़ोसियों और मोहल्ले वालों पर झाड़ते थे….बत्ती देखकर चर्चा करते….अपना पड़ोसी बहुत बड़ा अधिकारी है,तभी […]

ज़ाम छलकाने पर ज़ाम लगने की खबर पढ़ते ही हमारे पड़ोस के काका जिनके रात्रि के कार्यक्रमों(करतूतों) से सारा मोहल्ला मनोरंजन करता था,उनके घर में सन्नाटा-सा छा गया।हम काका की ख़ामोशी से विचलित होकर उनके हाल-चाल लेने उनके घर जा पहुंचे। काका गुमसुम-से खटिया पर निढाल पड़े थे। हमने जय […]

भियाओन नमस्ते,मैं क्या केरिया था कि…अभी वैसे ही अपन लोगों का दिमाग मोदी जी ने जबरन नोटबंदी करके खराब कर दिया,पर क्या करें,अपने को देशभक्ति का भूत भी चढ़ा है…और इधर नगर निगम वाली भाभी जी के साथ उनके अफसर लोगों ने मिलकर नगर को स्वच्छ करने की मगजमारी अलग […]

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अच्छे दिन हम लाएंगे, देश का मान बढ़ाएंगे। चाहे कुछ भी हो जाए, अब मूर्ख नहीं बनेंगे।। आपस में नहीं लड़ेंगे, इतिहास नया लिखेंगे। प्रेम के फूल खिलाएंगे, आंतक को मिटाएंगें। चाहे कुछ भी हो जाए, अब मूर्ख नही बनेंगे। सबको हक दिलाएंगें, गरीबी समूल मिटाएंगे। चाहे कुछ भी हो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।