परमात्म साधना की निर्धारित उम्र नही होती किसी अच्छे काम के लिए महूर्त की जरूरत नही होती बचपन मे भी हो सकता है किसी को ईश्वरीय बोध इसके लिए बड़े होने की आवश्यकता नही होती यह इंतजार नाकाफी है कि समय बहुत पड़ा है जीवन तो क्षणभंगुर है पल की […]
प्रभु चुनते साधारण काया संगम युग की अदभूत माया साधारण तन पवित्र चाहिए ईश्वर मे पूर्ण विश्वास चाहिए समर्पित जो ईश्वर पर होते ईश्वर के वे सदा प्यारे होते परमात्मा जब परिवर्तन करता साधारण तन मे प्रत्यक्षता करता अगला युग सतयुग ही आना शिव को अब धरा पर लाना बदल […]
शब्द साधना करते रहिए कुछ भी नया रचते रहिए सरस्वती बसी रहे जीभ पर ऐसी वाणी बोलते रहिए ‘शब्द ‘साधक निमित्त मात्र है रचियता तो त्रिलोकीनाथ है उन्हीं को याद करते रहिए अच्छा कुछ लिखते रहिए इसी से आत्म सन्तोष मिलता इसी से व्यक्तित्व खिलता कलम अपनी चलाते रहिए सबको […]
जो तुमको बुरा कहे उसका तुम स्वागत करो जो तुम्हारी निंदा करे उसकी तुम प्रशंसा करो उसके मन मे आई बुराई जबान पर निंदा चढ़ आई मुझ पर किया उसने वार अस्वीकार किया मैंने प्रहार उसकी स्तिथि बिगड़ती गई मेरी स्तिथि बनती गई वह क्रोध से लाल हुआ मुझे क्रोध […]
जो समय के साथ नही चले उनके छूट जाते है काज जो सोचते वर्षो वर्ष की सोचा पूरा नही होता आज है सब यह ईश्वरीय लीला हम तो है उसके खिलौना जितनी चाबी भरी है उसने उतना ही चलता यह खिलौना जो चाहता वही कराता हमसे वही संवारता कल और […]
खगोलीय परिवर्तन का अनूठा पर्व है आज उत्तरायण मे पधारने पर नमन ,हे सूर्य महाराज यह शुभघडी है सदसंकल्प की जिसमे सफल होते हर काज़ बुजुर्गों के सम्मान का पुनीत अवसर यह कहलाता चरण छूकर बड़ो के हर कोई आशीर्वाद पाता मकर सक्रांति अवसर पर पात्र को जो करते दान […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।