समय केवल जाता है वापस कभी आता नही जो समय व्यर्थ गंवा दे उसके हाथ कुछ आता नही समय की अहमियत जो समझे सफलता वही पाता है समय जिसकी मुठ्ठी मे महावीर वह कहलाता है परमात्मा भी उसे प्यार करते देव स्वरूप  हो जाता है। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की […]

आज कल आये दिन लड़कियों के साथ हुई दुर्घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता रहता है| कोई घटना होती है तो हर जगह उसकी निंदा करने वाले मिल जाते हैं| कोई कैंडिल मार्च निकालता है, कोई जुलूस तो कोई सड़कों पर जाम लगाता है| क्या इन सबसे पीडिता को […]

  कभी सुहानी भोर हो तुम,तो कभी इस थरथराती ठंड में सूरज की किरणों का मेरे देह से स्पर्श कर मेरे अंतर्मन को पहुँचने वाला सुकूँ हो तुम,,,कभी सुरमयी शाम हो तुम,,,तो कभी इन नयनों को शीतलता पहुँचाता वो सागर तट के ओट में छिपा चाँद हो तुम,,,जिसे हृदय बार-बार […]

हम राज ऐ दिल छुपाते कैसे तुम न होते तो मुस्कुराते कैसे हमराही  तुम्हे  बनाकर  रखा  है रास्तों की मुश्किलें सुलझाते कैसे तुम ही समझते हो दिल की तड़प वरना बेचैन दिल को  मनाते  कैसे इक तुम्ही को मैंने आवाज दी है किसी को जज्बात समझाते कैसे थाम रखा है […]

प्रभु ने सृष्टि को क्या खुब बनाया  सुंदरता को मानो पृथ्वी पर  बिखराया।   रंग बिरंगी बिखरा समां कितना प्यारा लगता जहां।  चहचहाते पंछियों को देखा  सुनहरा रंग अंबर में फैला।   बारिश की टिप-टिप बूंदों को सुनाया । तारों की झिलमिलाहट को चमकाया। हवाओं की शीतलता को गुनगुनाना। लहरों […]

मुंबई | मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति माननीय श्री चंद्रशेखर धर्माधिकारी जी का दो जनवरी को निधन हो गया। वे ijfcec/ bd/kdlfldb ks Ovr गांधीवादी चिंतन और राष्ट्रवादी विचारधारा के एक सशक्त हस्ताक्षर थे। वे राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी के प्रबल समर्थक और भारतीय भाषा-प्रेमी थे, जो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।